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Tuesday, August 9, 2016
BWI: टपरवेयर ब्रांड के ग्लोबल लिंक्स प्रोग्राम में भाग लेने के लिए भारतीय महिला प्रोफेसर से अपील
Source : Tupperware Brands Corporation
Tuesday, August 9, 2016 6:30PM IST (1:00PM GMT)
टपरवेयर ब्रांड के ग्लोबल लिंक्स प्रोग्राम में भाग लेने के लिए भारतीय महिला प्रोफेसर से अपील
अमेरिकी सेक्रेट्री ऑफ स्टेट के ऑफिस ऑफ ग्लोबल वीमेन्स इश्यूज और रॉलिन्स कॉलेज के साथ संयुक्त कार्यक्रम में भागीदारी बढ़ाने की कोशिश तथा इसके साथ भारत में महिला उद्यमियों की नई पीढ़ी के विकास की प्रेरणा
Orlando, Fla., United States
टपरवेयर ब्रांड्स (एनवाईएसई:टीयूपी) ने अपने ग्लोबल लिंक्स कार्यक्रम में भाग लेने के लिए भारतीय प्रोफेसर्स के लिए अपील की घोषणा की। रॉलिन्स कॉलेज और अमेरिकी सेक्रेट्री ऑफ स्टेट के ऑफिस ऑफ ग्लोबल वीमेन्स इश्यूज के साथ मिलकर यह प्रोग्राम इस तरह से डिजाइन किया गया है कि विकासशील और टकराव के बाद के देशो में महिलाओं की उद्यमिता का विस्तार करे। भारतीय महिला प्रोफेसर्स को प्रेरित किया जाता है कि वे पांच महीने के सघन शिक्षा और कारोबारी कार्यक्रम में भाग लें जो सामाजिक उद्यमिता पर केंद्रित है। कार्यक्रम की शुरुआत अमेरिका में होती है और इसमें एक्जीक्यूटिव बिजनेस क्लासेज शामिल है। यह टपरवेयर ब्रांड्स कॉरपोरेशन में एक हैंड्सऑन एक्सटर्नशिप तथा चुने हुए भारतीय बिजनेस प्रोसेसर के लिए इस समय चल रहे मेनटरिंग का भाग है। इमर्सन अनुभव पूर्ण होने के बाद प्रोफेसर अपने होम यूनिवर्सिटी लौट जाती हैं जहां उनसे उम्मीद की जाएगी कि एक सामाजिक उद्यमिता योजना लागू करेंगी जिसका उनके छात्रों और स्थानीय समुदाय पर बदलाव लाने वाला प्रभाव होगा।
2015 में डॉ. शर्मिष्ठा बनर्जी का चुनाव भारत की पहली ग्लोबल लिंक्स स्कॉलर के रूप में किया गया है। डॉ. बनर्जी कलकत्ता विश्वविद्यालय के डिपार्टमेंट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट की प्रोफेसर हैं। अमेरिकी आधार वाले इमर्सन अनुभव से वापस आने के बाद डॉ. बनर्जी ने नौ कार्यशालाओं का आयोजन किया है जिसमें 400 से ज्यादा छात्रों तथा 50 फैकल्टी सदस्यों को सामाजिक उद्यमिता पाठ्यक्रम में जोड़ा गया है। 400 में से 14 छात्रों को प्रशिक्षण दिया गया है और महिला उद्यमियों के साथ सीधे काम करने के लिए चुना गया है जो कोलकाता के समाज में उपक्रमों की स्वामी हैं। महिला उद्यमियों के साथ कनेक्शन बंधन बैंक की सहायता से संभव हुआ जिसने उद्यमियों को महत्त्वपूर्ण कारोबारी कर्ज दे रखा है। इस प्रोग्राम ने छात्रों को ना सिर्फ बुनियादी चीजें सीखाई हैं बल्कि उन्हें कारोबारी प्रोजेक्ट पर काम करने के लिए प्रेरित किया है जो समाज को कुछ वापस करता है। इस कार्यक्रम का मिशन “लर्न एंड रीटर्न” मॉडल को आगे बढ़ाना जारी रखना है ताकि भारत में महिलाओं के लिए उद्यमिता के मौकों को और आगे बढ़ाया जा सके।
इराक में 2012 में एक सफल पायलट के बाद इस कार्यक्रम का भारत में विस्तार किया गया। यह वह देश है जिसकी सिर्फ 35 प्रतिशत महिलाएं रोजगार बाजार में भागीदारी करती हैं वह भी तब जब यह जीडीपी के लिहाज से 10वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है तथा इसका अनुमानित विकास दर 5 प्रतिशत है। 2020 तक भारत में काम करने की आयु वाले लोगों की संख्या 856 मिलियन हो जाएगी। इसका मतलब हुआ 10 मिलियन रोजगार प्रति वर्ष। हालांकि, महिलाएं आज भी कई सांस्कृतिक, सामाजिक और शैक्षिक बाधाओं का सामाना करती है और आर्थिक सशक्तिकरण हो या रोजगार बाजार - अपना हक उन्हें लड़कर लेना पड़ता है। ग्लोबल लिंक्स एक क्रॉस कल्चरल प्रोग्राम है जिसकी शुरुआत मौकों और शिक्षा के जरिए महिलाओं के सशक्तिकरण के उद्देश्य से की गई थी। ट्रेन दि ट्रेनर मॉडल छात्रों को स्कॉलर के घर पहुंचाता है और इन छात्रों के विस्तारित प्रयासों के जरिए इन समुदायों में अतिरिक्त महिलाएं मेनटॉरशिप और समर्थन हासिल करती हैं।
टपरवेयर ब्रांड्स कॉरपोरेशन चेयरमैन और सीईओ रिक गोइंग्स ने कहा, “टपरवेयर ब्रांड्स में हम जानते हैं जब आप किसी महिला की स्थिति बेहतर करते हैं तो पूरे समाज की स्थिति बेहतर होती है। अंतरराष्ट्रीय लिंक्स ‘लर्न एंड रीटर्न’ मॉडल के जरिए सामाजिक प्रभाव का दूरगामी असर होता है और टपरवेयर के साथ इसका तालमेल बहुत बढ़िया है जो यह 70 वर्षों से कर रहा है। टपरवेयर भी महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए काम करता है उनकी आर्थिक स्वतंत्रता सुनिश्चित करता है और मौकों, समर्थन तथा संबंधों के जरिए लोगों के जीवन बदलता है।”
दुनिया भर के महिला मामलों के अमेरिकी एम्बैसडर ऐट लार्ज, कैथरिन रसेल ने कहा, अमेरिकी सेक्रेट्री ऑफ स्टेट का ग्लोबल वीमेन्स इश्युज ग्लोबल लिंक्स प्रोग्राम का उपयोग एक स्तंभ के रूप में करता है जो महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के सिद्धांतों का विस्तार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कर रही है। ग्लोबल लिंक्स जैसे प्रोग्राम उन प्रभावों के चित्र उपस्थिति करते हैं जो सरकार, कारोबार और शिक्षा क्षेत्र मिलकर काम करते हैं।
ग्लोबल लिंक्स प्रोग्राम के उद्घाटन के बाद से रॉलिन्स कॉलेज में कई आकर्षक बदलाव हुए हैं जो इस खास शैक्षिक कार्यक्रम क्षेत्र का समर्थन करता है। सबसे महत्त्वपूर्ण है बिजनेस और सोशल आंत्र प्रेन्योरशिप (बीएसई) मेजर की शुरुआत जो व्यावहारिक कारोबारी ज्ञान, उद्यमिता कौशल तथा पर्यावरणीण मुद्दों का मेल कराता है। इसमें मौजूदा आर्थिक, राजनैतिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय मुद्दों की समझ सबसे महत्त्वपूर्ण है। इस शैक्षिक कार्यक्रम क्षेत्र के विकास से ग्लोबल लिंक्स स्कॉलर को पाठ्यक्रमों और अन्य गतिविधियों की अच्छी समझ होनी चाहिए ताकि वह कैम्पस में रहते हुए अपना सीखना सपोर्ट कर सके तथा भारत में वापसी के लिए इंप्लीमेंटेशन आईडिया का अपना पोर्टफोलियो तैयार कर सके। रॉलिन्स कॉलेज के प्रेसिडेंट ग्रांट कॉर्नवेल ने इस कार्यक्रम के जारी रहने पर अपना उत्साह दिखाया, “रॉलिन्स कॉलेज छात्रों को अंतररा,ट्रीय नागरिकता के लिए शिक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध है और ग्लोबल लिंक्स जैसे कार्यक्रम उनके निजी और पेशेवर अनुभवों को समृद्ध बनाते हैं और यह सब फैकल्टी, छात्रों तथा समुदाय को अंतरराष्ट्रीय पैमाने पर एक करने के दौरान होता है।”
रॉलिन्स कॉलेज भारत से अगले ग्लोबल लिंक्स स्कॉलर का जनवरी 2017 में स्वागत करेगा। आवेदन जमा करने की अंतिम तिथि 6 सितंबर 2016 है।
टपरवेयर ब्रांड्स कॉरपोरेशन अभिनव, प्रीमियम उत्पादों का एक अग्रणी अंतरराष्ट्रीय विपणनकर्ता है और यह कई सारे ब्रांड्स के लिए है जो बेचने की एक सामाजिक विधि का उपयोग करता है और इसके लिए इसके पास 3.1 मिलियन लोगों का एक स्वतंत्र सेल्स फोर्स है। इसके उत्पादों, ब्रांड्स और श्रेणियों में डिजाइन केंद्रित तैयारियां, रसोई और घर के लिए टपरवेयर ब्रांड के जरिए स्टोरेज और सर्विंग सोल्यूशन शामिल है। इसके अलावा, सौंदर्य और पर्सनल केयर उत्पाद भी हैं जो एवरॉय श्लेन, ब्यूटी कंट्रोल, फुलर कॉस्मेटिक्स, नेचर केयर न्यूट्रीमेटिक्स और नुवो ब्रांड्स के जरिए है।
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रॉलिन्स कॉलेज (Rollins College) की स्थापना 1885 में हुई थी और यह फ्लोरा का सबसे पुराना मान्यताप्राप्त कॉलेज है जो विन्टरपार्क, ओरलैन्डो में स्थित है। अमेरिकी न्यूज एंड वर्ल्ड रिपोर्ट द्वारा रॉलिन्स को नियमित रूप से दक्षिण में नंबर वन रीजनल यूनिवर्सिटी का रैंक मिलता है। छात्रों को अंतरराष्ट्रीय नागरिकता के लिए शिक्षित करने के अपने मिशन के भाग के रूप में रॉलिन्स पूर्णकालिक अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम, अंडरग्रेजुएट और ग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम की पेशकश अपने संध्या कार्यक्रम के जरिए हैमिल्टन होल्ट स्कूल और ग्रेजुएट डिग्री प्रोग्राम क्रमर ग्रेजुएट स्कूल ऑफ बिजनेस के जरिए करते हैं। फोर्ब्स और ब्लूमबर्ग बिजनेस वीक ने इसे शिखर का एमबीए प्रोग्राम रैंक किया है। रॉलिन्स हर साल डिग्री चाहने वाले करीब 3,300 छात्रों की सेवा करता है। अतिरिक्त जानकारी के लिए www.rollins.edu पर आइए। फेसबुक पर Rollins को “लाइक” कीजिए और ट्वीटर पर फॉलो कीजिए @RollinsCollege.
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