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Wednesday, May 25, 2016
BWI: आईएचटू टेक्नालॉजी का लाइसेंस भारत की सनलाइट फुएल्स प्राइवेट लिमिटेड को मिला
Source : CRI Catalyst Company
Wednesday, May 25, 2016 12:32PM IST (7:02AM GMT)
आईएचटू टेक्नालॉजी का लाइसेंस भारत की सनलाइट फुएल्स प्राइवेट लिमिटेड को मिला
कंपनी कृषि अपशिष्ट से लिक्विड हाइड्रोकार्बन ट्रांसपोर्टेशन ईंधन बनाती है
Houston, United States
नई दिल्ली, भारत मुख्यालय वाली कंपनी, सनलाइट फुएल्स प्राइवेट लिमिटेड (सनलाइट फुएल्स) ने आईएचटू टेक्नालॉजी* के लिए शेल समूह की अंतरराष्ट्रीय कैटेलिस्ट टेक्नालॉजी कंपनी, सीआरआई कैटेलिस्ट कंपनी एलपी (सीआरआई) के सिंगापुर आधार वाले सहयोगी के साथ फ्रंट एंड लोडिंग एफईएल-2 लाइसेंस करार किया है। आईएच2 टेक्नालॉजी एक निरंतर उत्प्रेरक थर्मो केमिकल प्रक्रिया है जो कृषि, वन और शहरों के छंटे हुए अवशेष से फंगीबल हाईड्रोकार्बन ट्रांसपोर्टेशन ईंधन का निर्माण करता है।
सनलाइट फुएल्स करार पहला आईएच2 एफईएल-2 लाइसेंस है जो व्यावसायिक स्तर के प्लांट को दिया जाता है। प्लांट को इस तरह से डिजाइन किया जाएगा कि यह हर दिन 500 टन शुष्क अवशेष से करीब 150 टन तरल हाईड्रोकार्बन ट्रांसपोर्टेशन फुएल (ईंधन) बनाने में सक्षम होगा। यह अवशेष फाईबर वाला होता है जो गन्न से रस निकालने के बाद बचता है। आईएच2 प्रक्रिया में गन्ने का जो अवशेष उपयोग में लाया जाता है वह खाने योग्य नहीं होता है और सिर्फ इसी का उपयोग किया जाता है। इसलिए भोजन और ईंधन में कोई सीधी प्रतिस्पर्धा नहीं है। प्लांट को इस तरह इंजीनियर किया जा रहा है कि यह किसी चालू चीनी मिल के पास होगा और सिर्फ बचा हुआ अवशेष ही नई आईएच2 की प्रक्रिया इकाई में प्रवेश करेगा।
सनलाइट फुएल्स के संस्थापकों को चारा प्राप्त करने तैयार करने, प्रौद्योगिकी और परिचालन, तेल और गैस इंजीनियरिंग तथा वित्तीय सेवाओं का अनुभव है। सनलाइट फुएल्स को आईएच2 टेक्नालॉजी लाइसेंस पहला लाइसेंस है जो एक ऐसे प्लांट के लिए जारी किया गया है जो गन्ने के अवशेष को प्रोसेस करने के लिए इंजीनियर किया गया है। भारत गन्ने के ऐसे अवशेष का दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है और इस स्थिति में है कि इस स्थायी संसाधन का उपयोग करने से लाभ प्राप्त करेगा।
एफईएल-2 इंजीनियरिंग पैकेज को ग्रीन फील्ड आईएच2 प्रोसेस प्लांट के लिए केबीआर, इंक द्वारा तैयार किया जा रहा है। केबीआर सीआरआई का एक्सक्लूसिव फीड इंजनियरिंग सेवा प्रदाता है।
आईएच2 टेक्नालॉजी कृषि और अन्य अपशिष्ट के लिए एक कार्यकुशल कनवर्सन रूट है जिसमें नवीकरण योग्य संसाधनों से स्वच्छ परिवहन ईंधन का उत्पादन संभव होता है। इस प्रक्रिया का विकास डेस प्लेनेस, आईएल के गैस टेक्नालॉजी इंस्टीट्यूट (जीटीआई) ने 2009 में किया था। जीटीआई और सीआरआई ने 2010 से संयुक्त रूप से टेक्नालॉजी का विकास जारी रखा है। सीआरआई को एक्सक्लूसिव विश्वव्यापी लाइसेंसिंग अधिकार दिए गए हैं।
* आईएच2 (IH2) गैस टेक्नालॉजी इंस्टीट्यूट का ट्रेडमार्क है।
सीआरआईकैटेलिस्टकंपनीकेबारेमें
सीआरआई कैटेलिस्ट कंपनी शेल समूह की ग्लोबल कैटेलिस्ट टेक्नालॉजी कंपनी एलपी सीआरआई/क्राइटेरियन इंक का भाग है। सीआरआई दुनिया भर में अनुसंधान प्रयोगशालाओं, विकास इकाइयों, निर्माण प्लांट और कारोबारी इकाइयों का परिचालन करती है। यह एक प्रभावी और लागत के मामले में किफायती कार्यकुशल टेक्नालॉजी वाला विस्तृत ग्राहक आधार मुहैया कराने के लिए समर्पित है। सीआरआई के पास उत्पादों की रेंज है और पर्यावरणीय इस्तेमाल, सेलेक्टिव ऑक्सीडेशन, सेलेक्टिव हाईड्रोजेनेशन, स्पेशियलिटी जियोलाइट्स तथा अक्षय ईंधन के उत्पादन पर खास फोकस है। वेबसाइट : www.cricatalyst.com
सनलाइट फुएल्स एक अग्रणी बायोफुएल कंपनी है जो एक ऐसे टेक्नालॉजी प्लैटफॉर्म के विकास पर काम कर रही है जो अखाद्य बायोमास को ड्रॉप इन हाइड्रोकार्बन ट्रांसपोर्टेशन फुएल में बदल देता है। हमारे प्लैटफॉर्म हाईड्रोकार्बन ट्रांसपोर्टेशन फुएल के वैकल्पिक स्रोत मुहैया करा सकते हैं जो स्थायी तौर पर भिन्न किस्म के अक्षय फीड स्टॉक का उपयोग करें ताकि ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा देने और जीवनचक्र ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में कमी के जरिए ग्लोबल वार्मिंग का मुकाबला करने में सहायता मिले। सनलाइट फुएल्स को उन लोगों ने प्रोमोट किया है जिन्हें फीडस्टॉक टेक्नालॉजी और परिचालन, तेल और गैस इंजीनियरिंग तथा वित्तीय सेवाओं का अच्छा अनुभव है। सनलाइट फुएल्स का मुख्यालय नई दिल्ली, भारत में है।
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