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सीएमएमआई इंस्टीट्यूट (CMMI® Institute) की एक्जीक्यूटिव टीम के सदस्यों ने इस महीने भारत की यात्रा की ताकि उन प्रमुख कंपनियों से संपर्क किया जा सके जो बाजार की उभरती स्थितियों निपटने और उसका लाभ उठाने के लिए अपनी क्षमताओं को अनुकूल बना सकें। सीएमएमआई का उपयोग करने वाले 101 देशों में से एक, भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा बाजार है जो प्रदर्शन बेहतर करने और संस्थान के अंदर विश्वसनीयता, स्केलेबिलिटी तथा नवीनता बनाने के लिए इस ढांचे को लागू करता है। सीएमएमआई इंस्टीट्यूट के सीईओ किर्क बोटुला ने कहा, “हमारा मानना है कि भारत में तेजी से बदलते भविष्य के लिए आवश्यक आर्थिक विकास और नवीनता के लिए सीएमएमआई एक मजबूत मंच मुहैया कराएगा। इसका पता पहले के 20 वर्षों के दौरान मिली सफलता से भी चलता है।” विश्व बैंक के मुताबिक भारत के मामले में उम्मीद की जाती है कि 2017 तक चीन से आगे निकलकर दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था हो जाएगी। सीएमएमआई इंस्टीट्यूट के पदाधिकारियों ने बेंगलुरू, चेन्नई, मुंबई और नई दिल्ली का दौरा किया। सीएमएमआई इंस्टीट्यूट के साझेदार केपीएमजी ने दो सप्ताह के दौरे की योजना बनाई और भारत में पुराने ग्राहकों तथा उस पेशेवर समुदाय से मिलना संभव हुआ जिसने सफलतापूर्वक सीएमएमआई और पीपुल सीएमएम फ्रेमवर्क को अपनाया है ताकि लोगों, प्रक्रिया और टेक्नालॉजी के इंटरसेक्शन में महारथ हो सके। सीएमएमआई इंस्टीट्यूट ने अग्रणी आईटीसेवा प्रदाता अटोस, कॉग्नीजैन्ट, एफआईएस, ग्लोबैलोजिक, एचसीएल, हनीवेल, एचपी, आईबीएम, इंफोसिस, केपीएमजी, एलएंडटी इंफोटेक, एमफैसिस, स्टेरिया, टीसीएस, विप्रो और डब्ल्यूएनएस ग्लोबल से मुलाकात की ताकि संबंधित कारोबारों के लिए सीएमएमआई के मूल्य की चर्चा की जा सके। टीम की योजना भारत आधारित सीएमएमआई इंस्टीट्यूट के साजेदारों से मिलना है जो सीएमएमआई एडॉप्शन की सहायता के लिए प्रशिक्षण, कंसलटिंग और अप्रेजल सेवाओं के जरिए काम करता है। बोतुला ने सॉफ्टवेयर प्रोसेस इंप्रूवमेंट नेटवर्क (एसपीआईएन) की स्थानीय शाखाओं को बेंगलुरू, चेन्नई और मुंबई में संबोधित किया। इसके अलावा, सीएमएमआई इंस्टीट्यूट ने प्रत्येक शहर में कारोबारी लक्ष्य हासिल करने के लिए सीएमएमआई का उपयोग करने वाले 60 संस्थानों के गुणवत्ता पेशेवरों के लिए आयोजन किया। भारत की बिजनेस एक्सीलेंस टीम के इंचार्ज केपीएमजी पार्टनर के केके रमण ने इस दौरे का स्वागत किया और कहा, “सीएमएमआई इंस्टीट्यूट के लिए यह एक महत्त्वपूर्ण मौका था जो दुनिया के सर्वश्रेष्ठ संस्थानों से यह सीखने के लिए था कि भारत की शिखर की फर्मों के प्रदर्शन को निरंतर बेहतर करने के लिए हमें क्या करने की आवश्यकता है।” कैपेबिलिटी मैच्योरिटी मॉडल इंटीग्रेशन (सीएमएमआई) उन संस्थानों के लिए विश्व स्तर का प्रदर्शन सुधार ढांचा है जो बाजार में प्रतिस्पर्धा में लाभ की स्थिति तैयार करना चाहते हैं। किसी संस्थान के कारोबारी उद्देश्यों को आगे बढ़ाते हुए सीएमएमआई प्रक्रियाओं को सुधारने के लिए व्यवहारों के सेट मुहैया कराता है नतीजतन एक विश्वसनीय प्रणाली तैयार होती है जो कामयाब प्रदर्शन मुहैया कराता है। सीएमएमआई इंस्टीट्यूट के बारे में सीएमएमआई इंस्टीट्यूट (CMMIinstitute.com) लोगों, प्रक्रियाओं और टेक्नालॉजी में सर्वश्रेष्ठ व्यवहारों को आगे बढ़ाने में दुनिया भर में अग्रणी है। संस्थाओं की सहायता के लिए संस्थान साधन और सहायता मुहैया कराता है ताकि उनकी क्षमता का मानक तय किया जा सके और परिचालनों की तुलना करके परिपक्वता तैयार की जाए और प्रदर्शन में कमी की पहचान हो। 25 साल से ज्यादा समय से हजारों उच्च प्रदर्शन वाले संस्थानों ने सीएमएमआई मैच्योरिटी (परिपक्वता) स्तर रेटिंग हासिल की है और साबित किया है कि वे सक्षम कारोबारी साझेदार और आपूर्तिकर्ता हैं। इनमें एयरोस्पेस, वित्त, हेल्थकेयर, सॉफ्टवेयर, रक्षा, परिवहन और दूरसंचार जैसे कई तरह के उद्योग शामिल हैं। प्रदर्शन बेहतर करने में सीएमएमआई कैसे आपके संस्थान की सहायता कर सकता है जानने के लिए CMMIinstitute.com पर आइए। स्रोत रूपांतर businesswire.com पर देखें : http://www.businesswire.com/news/home/20160428006218/en/ |
संपर्क : सीएमएमआई इंस्टीट्यूट शावोन्ने होयले, 215-353-6524 choyle@cmmiinstitute.com |