Thursday, January 29, 2015

BWI: गुजरात फोरेनसिक साइसेंज यूनिवर्सिटी और कोडनोमिकॉन ने साइबर लैब की बेहतरी के लिए साझेदारी की

 
Source : Codenomicon
Thursday, January 29, 2015 11:50AM IST (6:20AM GMT)
 
गुजरात फोरेनसिक साइसेंज यूनिवर्सिटी और कोडनोमिकॉन ने साइबर लैब की बेहतरी के लिए साझेदारी की
 
Gandhinagar, Gujarat, India

गुजरात फोरेनसिक साइंसेज यूनिवर्सिटी (जीएफएसयू) और कोडनोमिकॉन ने 13 जनवरी 2015 को एक करार पर दस्तखत किए हैं। इसका मकसद साइबर सुरक्षा अनुसंधान और विकास के लिए मिलकर काम करना है। इस साझेदारी का उद्देश्य जीएफएसयू साइबर लैब की क्षमता बेहतर करना है। विश्वविद्यालय ने इसे अगस्त 2014 में शुरू किया था।
 
जीएफएसयू साइबर लैब वलनेरैबिलिटी जांच और विश्लेषण, साइबर मामलों की निगरानी और कंप्यूटर फोरेनसिक में अनुसंधान, विकास, प्रशिक्षण और सेवा जैसे काम करेगा। साइबर लैब भारत में एक अनूठा प्लैटफॉर्म बनाएगा जहां शिक्षा क्षेत्र, उद्योग और सरकारी स्टेकधारक एकजुट होकर एकजुट होकर उभरते साइबर खतरों से निपटने के लिए काम करें।   
 
जीएफएसयू के महानिदेशक डॉ. जेएम व्यास कहते हैं, “कोडनोमिकॉन वलनेरैबिलिटी डिस्कवरी और साइबर मामलों की निगरानी के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यताप्राप्त क्षमताएं लाता है। हमें खुशी है कि हमने पहले अपनाया और फिर इन क्षमताओं का विस्तार किया।”
 
कोडनोमिकॉन डिफेंसिक्स दुनिया भर में अग्रणी वलनेरैबिलिटी टेस्टिंग प्लैटफॉर्म है जो अनजाने जीरो डे वलनेरैबिलिटीज पर केंद्रित होता है। डिफेंसिक्स का अंतरराष्ट्रीय ग्राहक आधार है। सरकारी संगठन और उद्योग अपनी नेटवर्क आधारित प्रणाली को सुरक्षित करने के लिए इस प्लैटफॉर्म का उपयोग करते हैं। एक महत्त्वपूर्ण ओपन एसएसएल वलनेरैबिलिटी हार्टब्लीड का पता अप्रैल 2014 में चला था। इसका श्रेय डिफेंसिक्स और कोडनोमिकॉन के इंजीनियर्स को दिया गया था। कोडनोमिकॉन एब्यूज एसए एक ऑटोमेटेड प्लैटफॉर्म है जो खतरे से संबंधित खुफिया जानकारी को एकत्र, प्रोसेस और इसकी प्राथमिकता तय करता है। इससे उपयोगकर्ता के लिए संक्रमित संगठन को तुरंत पहचाना और अधिसूचित करना संभव होता है। एब्यूज एसए  उपयोगकर्ता साइबर थ्रेट की स्थिति में जागरूकता की स्थिति बना सकते हैं जो आसानी से संगठन के स्तर से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक चला जाता है। एब्यूज एसए कई अंतरराष्ट्रीय सीईआरटी, राष्ट्रीय एसओसी और बड़े उपक्रमों के लिए के लिए पसंदीदा विकल्प है।  
 
आईएफएस के डायरेक्टर डॉ. एमएस दहिया ने कहा, “महत्त्वपूर्ण संरचना और खासकर औद्योगिक कंट्रोल सिस्टम साइबर हमलों के निशाने पर होते हैं और इस समय हमारे पास भारत में कई स्मार्ट सिटी की पहल पर काम चल रहा है। इसलिए, इस उभरती भूसज्ज के लिए सुरक्षा के नए उपायों का विकास महत्त्वपूर्ण है।,”  
 
“डिफेनसिक्स और एब्यूजएसए वलनेरैबिलिटीज और खतरे के माहौल को समझने के लिए एक ठोस बुनियाद मुहैया कराता है। इससे हम स्थानीय आवश्यकताओं से संबंधित अनुसंधान कर सकेंगे और समाधान तैयार कर सकेंगे। हम यह उम्मीद भी करते हैं कि एब्यूज एसए हमें खोजपूर्ण और फोरेनसिक तकनीक का विकास करने में सहायता करेगा।”
 
कोडनोमिकॉन में एपीएसी के वाइस प्रेसिडेंट समी पेटाजसोजा, कहते हैं, जीएफएसयू एक अग्रणी और दूरदर्शी इंस्टीट्यूट है जो फिजिकल फॉरेनसिक साइंसेज के साथ एक ही छत के नीते साइबर क्षमता भी ला सकता है। हमारे पास पहले से ही काइनेटिक इंपैक्ट के साथ साइबर हमले के उदाहरण हैं। इसलिए यह एक जोरदार उदाहरण है। कोडनोमिकॉन में हमलोग इस परियोजना का भाग बनकर सम्मानित महसूस कर रहे हैं और अपने उत्पादों तथा साइबर सुरक्षा सुविज्ञता के साथ जीएफएसयू की सहायता करने के उत्सुक हैं।”
 
जीएफएसयू के बारे में

जीएफएससू – गांधीनगर की स्थापना गुजरात सरकार ने राज्य के गृह विभाग के तहत की है। गुजरात फोरेनसिक साइंसेज यूनिवर्सिटी बेहद सुविज्ञ उच्च शिक्षा संस्थान है और इसकी स्थापना 30 सितंबर 2008 को हुई थी। यह दुनिया का अकेला विश्वविद्यालय है जो फोरेनसिक और इनवेस्टिगेटिव साइंस को समर्पित है। विश्वविद्यालय तीन शैक्षिक विभागों में बंटा हुआ है – इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेनसिक साइंस, इंस्टीट्यूट ऑफ बिहेवियोरल साइंस और इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च एंड डेवलपमेंट। इस समय यह सिर्फ स्नातकोत्तर स्तर के शैक्षिक कार्यक्रमों की पेशकश करता है। जीएफएसयू पहला यूनिवर्सिटी है जो भारत में साइबर सिक्यूरिटी और होम लैंड सिक्यूरिटी में एमटेक की पेशकश करता है। (www.gfsu.edu.in)
 
कोडनोमिकॉन के बारे में

कोडनोमिकॉन दुनिया भर में कंपनियों और संगठनों की सहायता करने, भरोसेमंद उत्पादों, एफलीकेशन, संरचना के निर्माण और अनुभवों में अग्रणी है जिससे यह अपने ग्राहकों, साझेदारों और स्टेकधारकों को लगातार खतरनाक होती दुनिया में सुरक्षित रखता है। हम जोखिम और सुरक्षा घुसपैठ से नुकसान के मामले नाटकीय तौर पर कम करते हैं। इसके लिए हम अपने ग्राहकों को खतरों की पहचान करने और उन्हें डिजिटल अनुभव के प्रत्येक चरण से दूर करने में सहायता करते हैं। इसमें उत्पाद विकास से लेकर निर्माण, तैनाती और उपयोग सब शामिल है। इसकी स्थापना 2001 में हुई थी। कंपनी सफल प्रोटोस टेस्ट टूल्स अनुसंधान से अलग हुई थी। यह ओउलू यूनिवर्सिटी सिक्योर प्रोग्रामिंग ग्रुप का था। वर्षों बाद दुनिया भर में मशहूर कोडनोमिकॉन डिफेनसिक्स प्लैटफॉर्म अपनी योग्यता के लिहाज से बेजोड़ है और एपलीकेशन की सबसे विस्तृत श्रृंखला में शीघ्रता से गुण जानने और सुरक्षा संबंधी दोष को पहचानने में सक्षम साबित हुआ है। दूरसंचार, नेटवर्किंग, निर्माण, वित्तीय सेवाएं और रक्षा उद्योग के हजारों डेवलपर और सिक्यूरिटी विश्लेषक कोडनोमिकॉन पर निर्भर करते हैं ताकि ख्याति, गुणवत्ता और अनुपालन के जोखिम कम किए जा सकें। (www.codenomicon.com)
 
संपर्क:
कोडनोमिकॉन
समी पेटाजसोजा, +6591868174

 
 

KEYWORDS: Business/ Finance:Defence & Security, Education & Training, Information Technology, Technology;General:Internet

 

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